'गुड़ से मीठा इश्क़' में टूरिस्ट गाइड के रूप में नज़र आएंगी पंखुड़ी अवस्थी

'गुड़ से मीठा इश्क़' में टूरिस्ट गाइड के रूप में नज़र आएंगी पंखुड़ी अवस्थी

मुंबई : स्टार भारत हमेशा अपने दर्शकों को कुछ नया परोसने के लिए तत्पर रहा है फिर चाहे वो फिक्शन शोज हो या नॉन फिक्शन शोज हों। दर्शकों ने हमेशा इन शोज़ के यूनिक कॉन्सेप्ट को पसंद किया है। एक बार फिर स्टार भारत एक नए फिक्शन शो 'गुड़ से मीठा इश्क़' के साथ लौट रहा है, जहाँ मुख्य किरदार निभा रही अभिनेत्री एक टूरिस्ट गाइड के रूप में नज़र आएंगी जो इस पुरुष प्रधान समाज में निहित रूढ़िवादी सोच को मात देंगी। इस महत्वपूर्ण किरदार के लिए अभिनेत्री पंखुड़ी अवस्थी को चुना गया है, जिन्होंने इससे पहले भी ऐसे कई दमदार किरदार निभाए हैं। अभनेत्री पंखुड़ी अवस्थी से उनके किरदार को लेकर हुई ख़ास बातचीत के कुछ प्रमुख अंश:

-आपने इससे पहले भी कई चैलेंजिंग किरदार निभाए हैं तो काजू के किरदार में ऐसा क्या ख़ास था, जिसके चलते आपने इसे चुना ?

मेरे सभी किरदार हमेशा से एक दुसरे से बहुत अलग रहे हैं और किसी भी किरदार की जो बात मुझे अपनी तरफ आकर्षित करती है वह ये है कि आपका रोल और कहानी समाज को क्या मैसेज दे रही है। वही इस शो में मेरा किरदार काजू का है जो इस पुरुष प्रधान समाज में अपनी एक अलग जगह बनाने की कोशिश कर रही है और वह एक टूरिस्ट गाइड की भूमिका निभा रही है। इस फील्ड में अक्सर सारे मर्द ही होते हैं, जिसके बीच वो अपनी एक अलग पहचान बनाने के लिए तत्पर है। यह एक बहुत की अलग किरदार है, जिसे मैंने पहले कभी नहीं निभाया है। यह किरदार अन्य लड़कियों को भी अपने सपनों को जीतने और उनको पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करता है। मैंने इस चुनौतीपूर्ण किरदार को बहुत उत्साह के साथ स्वीकार किया है।

- 'गुड़ से मीठा इश्क़' शो में दर्शकों के लिए क्या ख़ास है ?

गुड़ से मीठा इश्क़ शो में, आपको दो लड़कियों की कहानी देखने को मिलेगी, जो एक-दूसरे से बिलकुल अलग हैं, लेकिन दोनों अपने सपने पूरा करना और अपनी पहचान स्थापित करना चाहती हैं।
पर उन दोनों के रास्ते समान बाधाएं आती हैं, जिसे वे दूर करना चाहती हैं। इसके साथ ही, आपको एक मीठी प्रेम कहानी की झलक भी दिखाई देगी, जो दर्शकों के लिए देखना बहुत इंट्रेस्टिंग होगा।

-पहली बार एक महिला टूर गाइड की भूमिका निभाते हुए कैसा लग रहा है ?

एक महिला टूर गाइड की भूमिका निभाते हुए, मैं बहुत ज्यादा एक्साइटेड हूँ जो बहुत असामान्य और अलग है। यही एक बात है, जिसके चलते मैं इस किरदार से प्रेरित हुई क्योंकि मैंने पहले कभी ऐसा किरदार नहीं निभाया है।

-आपने अपने किरदार के लिए किस तरह की खास तैयारी की है? जैसे किसी खास किरदार से प्रेरणा ली है या वहां की बोली सीखी है ?

मैं अबतक पहाड़ों में जितना भी घूमी हूँ यह सारी चीजें मुझे इस किरदार को करने के लिए इंस्पायर करती हैं। काजू के किरदार को बेहतरीन बनाने के लिए मैंने अपने डायलेक्ट पर कड़ी मेहनत की है। इसके लिए सेट पर एक गढ़वाली टीचर हैं जो मुझे हर शब्द, टोन पर मुझे सही और गलत के बीच का अंतर बताते हैं और मेरी भाषा सही करते हैं। सेट पर कई बार मैं अपना रिदम भूल भी जाती हूँ तो वो मुझे करेक्ट करते हैं और बताते हैं कि मैंने क्या मिस किया है और मुझे किस तरह से बोलना है। मैं जब मसूरी गई थी तब भी मैंने इस बात का ख़ास ख्याल रखा कि वहां के लोग कैसे बोलते हैं, उनसे बात की और पूछा कि आप किसी एक शब्द को कैसे बोलते हैं। हमारे कई को-एक्टर्स भी पहाड़ी हैं तो मैं हमेशा उनसे भी पूछती और सीखती रहती हूँ ताकि मेरी ज़बान को इस भाषा की आदत लगे। मैं बचपन में नैनीताल, शिमला, मसूरी, कुल्लू मनाली बहुत घूमी हूँ क्योंकि हम चंडीगढ़ में रहते थे तो सबसे नज़दीक घूमने की जगह हमारे लिए यही हुआ करती थी, तो इस भाषा से मैं परिचित हूँ।

-उत्तराखंड के प्रमुख स्थानों पर हुए इस शो की शूटिंग के बारे में कुछ बताएं, आपका अनुभव कैसा रहा ?

शो का पहला शेड्यूल लाखामंडल नामक स्थान के पास, उत्तराखंड राज्य में शूट किया गया जो बहुत खूबसूरत जगह है। इस शो के शॉट्स आमतौर पर लाखामंडल में स्थित एक पांडव मंदिर में  लिए गए। पहाड़ों और शांत मौसम के बीच शूटिंग करना एक बहुत ही खूबसूरत एहसास था।

-आप अपने विवाहित जीवन और अपने पेशे के बीच संतुलन कैसे बनाते हैं ?

मुझे लगता है कि संतुलन बनाए रखना बहुत आसान है जब आपका साथी समझदार और आपका साथ देने वाला हो। चूंकि हम दोनों कलाकार हैं, इसलिए हम एक-दूसरे को और अपने प्रोफेशन को बहुत अच्छी तरह समझते हैं। मेरे पति गौतम रोड़े हमेशा रीढ़ की हड्डी की तरह मेरे साथ खड़े रहे और उन्होंने हमेशा हर परिस्थिती में मेरा साथ दिया।

- ऐसा कौन सा गुण है, जिसने आपको अपने करियर के दौरान एक बेहतर कलाकार बनने में मदद की ?

मेरा मानना है कि काम के प्रति मेरी ईमानदारी और निरंतर बनी लगन ने मुझे एक बेहतर कलाकार बनने में मदद की है। इसके अलावा, मुझे यह भी लगता है कि निरंतर प्रयास करने और हार न मानने से निश्चित रूप से आपको एक बेहतर कलाकार बनने में मदद मिलेगी।

-आप इन दिनों खुद को कैसे फिट रख रहे हैं ?

अपने व्यस्त शेड्यूल के चलते मुझे अपने वर्कआउट सेशन के लिए पर्याप्त समय नहीं मिलता, इसलिए मुझे अपने हेवी फूड इनटेक में कटौती करनी पड़ी और मैं ज्यादातर लिक्विड डायट पर हूँ। मैंने अपने आहार में और फलों को भी शामिल किया और सोने का सही समय निर्धारित किया है।