भावनाओं को व्यक्त करते हैं "अनलॉक ज़िन्दगी" के गाने

भावनाओं को व्यक्त करते हैं "अनलॉक ज़िन्दगी" के गाने
भावनाओं को व्यक्त करते हैं "अनलॉक ज़िन्दगी" के गाने
महामारी के 'उस' भयानक समय को चित्रित करने वाली 'अनलॉक जिंदगी' जल्द ही सिनेमाघरों में दस्तक देगी। हालाँकि अब सब कुछ ठीक हो गया होता, लेकिन उन दिनों की यादें आज भी मुझे बीमार कर देती हैं। हालांकि इस दौरान कई चीजें नकारात्मक रहीं तो कुछ सकारात्मक चीजें भी इस दौरान हुईं। इस समय ने कई लोगों को रिश्तों की कीमत समझाई है, कई लोगों की सोच बदली है, मन में निःस्वार्थता का भाव जगाया है। रियल रील्स द्वारा आपके लिए लाया गया यह सब राजेश गुप्ता द्वारा निर्मित निर्देशित 'अनलॉक जिंदगी' में नजर आएगा।
     'अनलॉक जिंदगी' जो कि एक पारिवारिक फिल्म है, के गाने भी काफी श्रव्य हैं और हर गाना कुछ भावनाओं को व्यक्त करता है। दिल तुम्हारा हो गया' आनंदी जोशी की आवाज में एक प्रेम गीत है और इसे राजेश गुप्ता ने लिखा है। शिवानी सुर्वे और पितोबाश त्रिपाठी पर फिल्माया गया यह गीत उनकी धीमी गति से शुरू होने वाली प्रेम कहानी की यात्रा को दर्शाता है। दिव्या कुमार का गीत 'सदगी तो हमारी जरा' नुसरत फतेह अली खान के बोल के साथ वाणी प्राप्त हुई है। शिवानी सुर्वे और पितोबाश त्रिपाठी के रिश्तों में आई दरार तगामग गाने में बयां होती नजर आ रही है। जबकि कैलाश खेर की आवाज में इमोशनल सॉन्ग 'अब तो ठुम जा रे पगले' को राजेश गुप्ता ने लिखा है। इस गीत में राजेश गुप्ता, इंदिरा कृष्णा, हेमल इंगले को दर्शाया गया है जो उनके दिलों में भ्रम को दर्शाता है।
      इन तीनों गानों का रोहित नागभिडे ने म्यूजिक दिया है और फिल्म का हर गाना इस वक्त के हिसाब से सूट करता है। जिस तरह फिल्म के ट्रेलर को रिस्पॉन्स मिला है, उसी तरह फिल्म के गानों को भी फनी रिस्पॉन्स मिल रहा है।
     निर्देशक और निर्माता राजेश गुप्ता कहते हैं, "फिल्म में एक बेहतरीन संगीत टीम है और गाने सीधे दिल को छू लेने वाले हैं। फिल्म के साथ-साथ गाने भी फैन्स को जरूर पसंद आएंगे। यह फिल्म 19 मई को रिलीज होगी और दर्शकों को यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए।
     कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में दिखाई देने वाली इस फिल्म में पितोबाश त्रिपाठी, राजेश गुप्ता, देविका दफ्तरदार, शिवानी सुर्वे, इंदिरा कृष्णा, हेमल देव मुख्य भूमिकाओं में हैं। जबकि 'अनलॉक जिंदगी' के लेखन और संवाद राजेश गुप्ता के हैं।