एंड पिक्चर्स पर ‘तूफान’ के प्रीमियर में देखिए फरहान अख़्तर का अटूट हौसला
कहते हैं, “ये बात मायने नहीं रखती कि आप कैसे गिरते हैं, बल्कि गिरने के बाद आप किस तरह उठते हैं, यही बात आपको चैंपियन बनाती है।” एक्सेल एंटरटेनमेंट के निर्माण में बनी राकेश ओमप्रकाश मेहरा की तूफान पक्के इरादों, जुनून और अटूट उत्साह की कहानी है, जिसने मुश्किलों से लड़ने में सभी का यकीन पक्का कर दिया। फरहान अख़्तर के जोश, परेश रावल की प्रतिभा, दर्शन कुमार की गंभीरता और मृणाल ठाकुर की विश्वसनीयता के साथ यह स्पोर्ट्स ड्रामा बड़ी खूबसूरती से प्यार, संघर्ष और सफलता से जुड़े जज़्बात दिखाता है। सड़क के एक गुंडे के परिवर्तन की कहानी ‘तूफान’ दर्शकों को एक हकीकत से रूबरू कराती है, वो यह कि आपके पास हमेशा एक विकल्प जरूर होता है। एंड पिक्चर्स पर 30 जनवरी को शाम 5 बजे ‘तूफान’ के प्रीमियर में जुनून से भरे फरहान अख़्तर को अज़ीज़ अली बॉक्सर के रोल में जरूर देखिए।इस फिल्म के बारे में चर्चा करते हुए फरहान अख़्तर ने कहा, "तूफान की शूटिंग के दौरान हमें बहुत-सी चुनौतियां पेश आईं, जिनसे हमने कुछ बड़ी चीजें सीखीं। बॉक्सिंग वाकई बहुत कठिन स्पोर्ट है, जो पर्दे पर बड़ा आसान नजर आता है, लेकिन इसके पीछे बड़ी मेहनत छिपी होती है। ‘तूफान’ में काम करने के बाद मेरे मन में दुनिया भर के बॉक्सर्स के प्रति सम्मान पैदा हो गया है। मैंने डेढ़ साल से ज्यादा समय तक इस फिल्म में काम किया और उस दौरान मैंने खुद को पूरी तरह इस किरदार और इस फिल्म में समर्पित कर दिया।" अपने रोल को लेकर मृणाल ठाकुर बताती हैं, "अनन्या का किरदार मुझसे जुड़ता है, क्योंकि मैं भी अपनी जिंदगी में हमेशा लोगों को बेहतर करने के लिए प्रेरित करना चाहती हूं। इस फिल्म में काम करते हुए मुझे अपने आपको ही निभाना था और शायद इसीलिए राकेश सर ने मुझे इस रोल के लिए फिट पाया। मैं उनकी शुक्रगुज़ार हूं कि उन्होंने इस रोल के लिए मुझे चुना। अनन्या अपनी कमजोरियों और अपनी मुश्किलों का गर्व से सामना करती है, ना कि खुद को इसका शिकार बताती है। यह बहुत-सी महिला दर्शकों के लिए एक प्रेरणा है।"इस फिल्म को लेकर राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने कहा, "फरहान के साथ मेरा रिश्ता उस समय से काफी आगे बढ़ गया है, जब हमने साथ में अपना पहला प्रोजेक्ट किया था। तूफान से हमें बॉक्स ऑफिस सफलता के साथ-साथ आलोचकों की सराहना भी मिली, जिससे हमारा पेशेवर रिश्ता और मजबूत हो गया है। खास बात यह है कि हम जो भी करते हैं, उसमें हमारी सोच एक जैसी होती है और हम किसी खास चीज को अपने सामूहिक नजरिये से दर्शाते हैं। फरहान के साथ कुछ रचनात्मक मतभेद भी होते हैं, लेकिन प्रोजेक्ट को ट्रीटमेंट देने के मामले में हमारा इरादा एक जैसा ही होता है। मुझे ऐसे और पावरफुल प्रोजेक्ट्स में उनके साथ काम करने का इंतजार रहेगा।"अपने रोल की तैयारी को लेकर दर्शन कुमार ने कहा, "आज हर दर्शक तक ग्लोबल कॉन्टेंट पहुंच रहा है और वो काफी समझदार हो गए हैं, इसलिए मैं वक्त के साथ आगे बढ़ने में यकीन रखता हूं और तूफान भी उसी दिशा में एक कदम था। जैसा कि मैंने पहले कहा है, यह फिल्म मानसिक तौर पर बहुत चुनौतीपूर्ण थी और इसमें शारीरिक तकलीफें भी हुईं। लेकिन यह ऐसा चैलेंज है, जिसे मैं एंजॉय करता हूं और इसी वजह से मैं एक्टर बना ताकि मैं भावनाओं को बड़े स्वरूप में महसूस कर सकूं। फरहान अख़्तर हमारे नॉकआउट पंच सीन के दौरान वाकई बहुत तनाव में थे, क्योंकि उन्हें सचमुच मुझे पंच करना था। मैंने उनसे सिर्फ इतना कहा, "कोई बात नहीं, यह दर्द तो कुछ दिनों में चला जाएगा, लेकिन मुझे लगता है कि हम एक इतिहास रचने जा रहे हैं।"फरहान अख़्तर के स्टोरी आइडिया और अंजुम राजाबली के स्क्रीनप्ले पर आधारित फिल्म ‘तूफान’ हफ्ता वसूली करने वाले डोंगरी के एक अनाथ युवक की कहानी है। उसकी जिंदगी उस वक्त एक अलग मोड़ लेती है, जब उसकी मुलाकात अनन्या से होती है, जो उसकी सच्ची लगन यानी कि बॉक्सिंग को फॉलो करने के लिए उसे बढ़ावा देती है। इसके बाद वो अपनी जिंदगी बॉक्सिंग के नाम कर देता है।‘तूफान’ के प्रीमियर के साथ देखिए अज़ीज़ अली बॉक्सर की लगन की बेमिसाल कहानी, 30 जनवरी को शाम 5 बजे, सिर्फ एंड पिक्चर्स पर!
कहते हैं, “ये बात मायने नहीं रखती कि आप कैसे गिरते हैं, बल्कि गिरने के बाद आप किस तरह उठते हैं, यही बात आपको चैंपियन बनाती है।” एक्सेल एंटरटेनमेंट के निर्माण में बनी राकेश ओमप्रकाश मेहरा की तूफान पक्के इरादों, जुनून और अटूट उत्साह की कहानी है, जिसने मुश्किलों से लड़ने में सभी का यकीन पक्का कर दिया। फरहान अख़्तर के जोश, परेश रावल की प्रतिभा, दर्शन कुमार की गंभीरता और मृणाल ठाकुर की विश्वसनीयता के साथ यह स्पोर्ट्स ड्रामा बड़ी खूबसूरती से प्यार, संघर्ष और सफलता से जुड़े जज़्बात दिखाता है। सड़क के एक गुंडे के परिवर्तन की कहानी ‘तूफान’ दर्शकों को एक हकीकत से रूबरू कराती है, वो यह कि आपके पास हमेशा एक विकल्प जरूर होता है। एंड पिक्चर्स पर 30 जनवरी को शाम 5 बजे ‘तूफान’ के प्रीमियर में जुनून से भरे फरहान अख़्तर को अज़ीज़ अली बॉक्सर के रोल में जरूर देखिए।
इस फिल्म के बारे में चर्चा करते हुए फरहान अख़्तर ने कहा, "तूफान की शूटिंग के दौरान हमें बहुत-सी चुनौतियां पेश आईं, जिनसे हमने कुछ बड़ी चीजें सीखीं। बॉक्सिंग वाकई बहुत कठिन स्पोर्ट है, जो पर्दे पर बड़ा आसान नजर आता है, लेकिन इसके पीछे बड़ी मेहनत छिपी होती है। ‘तूफान’ में काम करने के बाद मेरे मन में दुनिया भर के बॉक्सर्स के प्रति सम्मान पैदा हो गया है। मैंने डेढ़ साल से ज्यादा समय तक इस फिल्म में काम किया और उस दौरान मैंने खुद को पूरी तरह इस किरदार और इस फिल्म में समर्पित कर दिया।"
अपने रोल को लेकर मृणाल ठाकुर बताती हैं, "अनन्या का किरदार मुझसे जुड़ता है, क्योंकि मैं भी अपनी जिंदगी में हमेशा लोगों को बेहतर करने के लिए प्रेरित करना चाहती हूं। इस फिल्म में काम करते हुए मुझे अपने आपको ही निभाना था और शायद इसीलिए राकेश सर ने मुझे इस रोल के लिए फिट पाया। मैं उनकी शुक्रगुज़ार हूं कि उन्होंने इस रोल के लिए मुझे चुना। अनन्या अपनी कमजोरियों और अपनी मुश्किलों का गर्व से सामना करती है, ना कि खुद को इसका शिकार बताती है। यह बहुत-सी महिला दर्शकों के लिए एक प्रेरणा है।"
इस फिल्म को लेकर राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने कहा, "फरहान के साथ मेरा रिश्ता उस समय से काफी आगे बढ़ गया है, जब हमने साथ में अपना पहला प्रोजेक्ट किया था। तूफान से हमें बॉक्स ऑफिस सफलता के साथ-साथ आलोचकों की सराहना भी मिली, जिससे हमारा पेशेवर रिश्ता और मजबूत हो गया है। खास बात यह है कि हम जो भी करते हैं, उसमें हमारी सोच एक जैसी होती है और हम किसी खास चीज को अपने सामूहिक नजरिये से दर्शाते हैं। फरहान के साथ कुछ रचनात्मक मतभेद भी होते हैं, लेकिन प्रोजेक्ट को ट्रीटमेंट देने के मामले में हमारा इरादा एक जैसा ही होता है। मुझे ऐसे और पावरफुल प्रोजेक्ट्स में उनके साथ काम करने का इंतजार रहेगा।"
अपने रोल की तैयारी को लेकर दर्शन कुमार ने कहा, "आज हर दर्शक तक ग्लोबल कॉन्टेंट पहुंच रहा है और वो काफी समझदार हो गए हैं, इसलिए मैं वक्त के साथ आगे बढ़ने में यकीन रखता हूं और तूफान भी उसी दिशा में एक कदम था। जैसा कि मैंने पहले कहा है, यह फिल्म मानसिक तौर पर बहुत चुनौतीपूर्ण थी और इसमें शारीरिक तकलीफें भी हुईं। लेकिन यह ऐसा चैलेंज है, जिसे मैं एंजॉय करता हूं और इसी वजह से मैं एक्टर बना ताकि मैं भावनाओं को बड़े स्वरूप में महसूस कर सकूं। फरहान अख़्तर हमारे नॉकआउट पंच सीन के दौरान वाकई बहुत तनाव में थे, क्योंकि उन्हें सचमुच मुझे पंच करना था। मैंने उनसे सिर्फ इतना कहा, "कोई बात नहीं, यह दर्द तो कुछ दिनों में चला जाएगा, लेकिन मुझे लगता है कि हम एक इतिहास रचने जा रहे हैं।"
फरहान अख़्तर के स्टोरी आइडिया और अंजुम राजाबली के स्क्रीनप्ले पर आधारित फिल्म ‘तूफान’ हफ्ता वसूली करने वाले डोंगरी के एक अनाथ युवक की कहानी है। उसकी जिंदगी उस वक्त एक अलग मोड़ लेती है, जब उसकी मुलाकात अनन्या से होती है, जो उसकी सच्ची लगन यानी कि बॉक्सिंग को फॉलो करने के लिए उसे बढ़ावा देती है। इसके बाद वो अपनी जिंदगी बॉक्सिंग के नाम कर देता है।
‘तूफान’ के प्रीमियर के साथ देखिए अज़ीज़ अली बॉक्सर की लगन की बेमिसाल कहानी, 30 जनवरी को शाम 5 बजे, सिर्फ एंड पिक्चर्स पर!